वृद्धि संधि के उदाहरण : (Vriddhi sandhi ke udaharan) व नियम

वृद्धि संधि के उदाहरण- आज के इस ब्लॉग में हम वृद्धि संधि के उदाहरण व नियम के बारे में पढ़ेंगे इसमें संधि की परिभाषा उदाहरण व नियम के बारे में हम विस्तार से पढ़ेंगे।

वृद्धि संधि का सूत्र – वृद्धिरेचि

यदि प्रथमपद के अंत में हस्व या दीर्घ ‘अ’ हो और द्वितीय पद के प्रारम्भ में ए,ओ,ऐ,औ आये तो क्रमशः अ+ए=ऐ,अ+ओ=औ,अ+ऐ=ऐ,अ+औ=औ हो जाता है।

वृद्धि संधि के नियम

अ+ए=ऐ
अ+ओ=औ
अ+ऐ=ऐ
अ+औ=औ

वृद्धि संधि के उदाहरण (Vriddhi sandhi ke udaharan)

संकेत सूत्र- अ+ए= ऐ

  • मत+एकता = मतैकता
  • धन+एषणा = धनैषणा
  • विश्व + एकता = विश्वैकता
  • तत्र+एव = तत्रैव
  • एक+एक = एकैक
  • शुभ + एषी = शुभैषी
  • धन+एषी = धनैषी
  • लोक+एषणा = लोकैषणा
  • पुत्र+एषणा = पुत्रैषणा
  • हित+एषी = हितैषी
  • प्रिय+एषी = प्रियैषी
  • एक + एक = एकैक
  • एक + एकशः = एकैकशः
  • जन + ऐक्य = जनैक्य
  • विचार + ऐक्य = विचारैक्य
  • विश्व + ऐक्य = विश्वैक्य
  • मत + ऐक्य = मतैक्य
  • हित+एषी = हितैषी
  • शुभ + एषी = शुभैषी
  • धन + एषी = धनैषी
  • प्रिय + एषी = प्रियैषी
  • पुत्र+एषी = पुत्रैषी
  • धन + एषणा = धनैषणा
  • पुत्र+एषणा = पुत्रैषणा
  • वित्त+एषणा = वित्तैषणा
  • कुल+एषणा = कुलैषणा
  • लोक + एषणा = लोकैषणा
  • वसुधा + एवं = वसुधैव
  • तथा+एव = तथैव
  • सदा + एव = सदैव
  • एक + एव = एकैव
  • महा+ऐश्वर्य = महैश्वर्य
  • धन + ऐश्वर्य = धनैश्वर्य
  • लोक + ऐश्वर्य = लोकैश्वर्य
  • गंगो + ऐश्वर्य =। गंगैश्वर्य
  • ज्ञान + ऐश्वर्य = ज्ञानैश्वर्य
  • परम + ऐश्वर्य = परमैश्वर्य
  • महा + ऐन्द्रजालिक = महेन्द्रजालिक
  • स्व + ऐच्छिक = स्वैच्छिक
  • संकेत सूत्र – आ +ए = ऐ
  • तथा + एव = तथैव
  • वसुधा+एव = वसुधैव
  • सदा+एव = सदैव
  • महा+एषणा = महैषणा
  • एकदा+एव = एकदैव
  • संकेत सूत्र – आ+ऐ = ऐ
  • महा+ऐश्वर्य = महैश्वर्य
  • गंगा+ऐश्वर्य = गंगैश्वर्य
  • संकेत सूत्र – अ + ओ = औ
  • जल+ओक = जलौक
  • जल + ओघ = जलौघ
  • महा+ओज = महौज

यह भी पढ़े > गुण संधि की परिभाषा : (gun sandhi ke niyam) व उदाहरण

वृद्धि संधि के 100 उदाहरण

  • महा + ओजस्वी = महौजस्वी
  • परम + ओजस्वी = परमौजस्वी
  • सुन्दर + ओदन = सुन्दरौदन
  • परम + औदार्य = परमौदार्य
  • वन + औषधे = वनौषध
  • महा + औषधे = महौषध
  • महा+औत्सुक्य = महौत्सुक्य
  • मंत्र + ओषधि = मंत्रौषधि
  • जल + ओषधि = जलौषधि
  • जल+ओक = जलौक
  • जल+ओध = जलौध
  • परम+ओजस्वी = परमौजस्वी
  • अधर + ओष्ठ = अधरोष्ठ
  • दंत+ओष्ठ्य = दंतौष्ठ्य
  • बिंब + ओष्ठ् = बिंबोष्ठ
  • वन+औषधि = वनौषधि
  • दूध+ओदन = दूधोदन
  • परम+ओज = परमौज
  • घृत + ओदन = घृतौदन
  • संकेत सूत्र – अ+ओ =औ
  • वन+औषद = वनौषध
  • तप+औदार्य = तपौदार्य
  • भाव+औचित्य = भावौचित्य
  • भाव+औदार्य = भावौदार्य
  • परम+औषध = परमौषध
  • परम+औदार्य परमौदार्य
  • मंत्र+औषधि = मंत्रौषधि
  • जल+औषधि = जलौषधि
  • प्र+औद्योगिकी = प्रौद्योगिकी
  • महा+औषध = महौषध
  • महा+औदार्य = महौदार्य
  • यथा+औचित्य = यथौचित्य
  • महा+औत्सक्य – महौत्सक्य

आशा करते हैं कि आपको इस ब्लॉग से आपको वृद्धि संधि के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई होगी संधि से जुड़े हुए अन्य महत्वपूर्ण और रोचक ब्लॉग पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

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