व्यंजन संधि के 100 उदाहरण

व्यंजन संधि के 100 उदाहरण

व्यंजन संधि के 100 उदाहरण– वह ध्वनि विकार (परिवर्तन) जो परस्पर दो वर्ग के (स्वर+व्यंजन, व्यंजन+स्वर, व्यंजन+व्यंजन) मेल से उत्पन्न होता है, उसे व्यंजन संधि कहते हैं

  1. दिक्+अंबर = दिगंबर
  2. दिक्+दर्शन = दिग्दर्शन
  3. वाक् + ईश्वर = वागीश्वर
  4. वणिक + वर्ग = वणिग्वर्ग
  5. प्राक् + ऐतिहासिक = प्रागैतिहासिक
  6. वाक्+ईश = वागीश
  7. दिक्+अंत = दिगंत
  8. दृक्+अंचल = दृगंचल
  9. वाक्+जाल = वाग्जाल
  10. दिक्+भ्रम = दिग्भ्रम
  11. ऋक्+वेद = ऋग्वेद
  12. वाक् + व्रज = वाग्व्रज
  13. अच्+अंत = अजंत
  14. षट्+अंग = षडंग
  15. षट्+अक्षर = षडक्षर
  16. षट्+आनन = षड़ानन
  17. षट्+दर्शन = शड् दर्शन
  18. षट्+विकार = षड्विकार
  19. षट्+यन्त्र = षड्यन्त्र
  20. षट् + गुण = षड्गुण
  21. षट्+रस = षड्ररस
  22. जगत्+अम्बा = जगदम्बा
  23. सत्+आशय = सदाशय
  24. सत्+आनन्द = सदानन्द
  25. सत्+आचार = सदाचार
  26. चित्+अणु = चिदणु
  27. तत्+इच्छा = तदिच्छा
  28. उत्+अय = उदय
  29. कृत्+अन्त = कृदन्त
  30. सच्चित् (सत्+चित) + आनंद = सच्चिदानन्द
  31. सत्+आत्मा = सदात्मा
  32. पंच+आब = पंजाब
  33. सत्+इच्छा = सदिच्छा
  34. जगत्+ईश = जगदीश
  35. भवत् + ईय = भवदीय
  36. सत्+गति=सद्गति
  37. जगत+गुरु = जगद्गुरु
  38. भगवत्+ गीता = भगवद्गीता
  39. सत्+भाव = सद्भाव
  40. चित्+रूप = चिद्रूप
  41. चित्+विलास = चिविलास
  42. सत्+वेग = सद्वेग
  43. सत्+व्यवहार = सद्व्यवहार
  44. अप+ज = अब्ज
  45. अप्+द = अब्द
  46. दिक्+अंबर = दिगंबर
  47. दिक्+दर्शन = दिग्दर्शन
  48. वाक् + ईश्वर = वागीश्वर
  49. वणिक + वर्ग = वणिग्वर्ग
  50. प्राक् + ऐतिहासिक = प्रागैतिहासिक
  51. वाक्+ईश = वागीश
  52. दिक्+अंत = दिगंत
  53. दृक्+अंचल = दृगंचल
  54. वाक्+दान = वाग्दान
  55. वाक्+जाल = वाग्जाल
  56. दिक्+भ्रम = दिग्भ्रम
  57. ऋक्+वेद = ऋग्वेद
  58. वाक् + व्रज = वाग्व्रज
  59. अच्+अंत = अजंत
  60. षट्+अंग = षडंग
  61. षट्+अक्षर = षडक्षर
  62. षट्+आनन = षड़ानन
  63. षट्+दर्शन = शड् दर्शन
  64. षट्+विकार = षड्विकार
  65. षट्+यन्त्र = षड्यन्त्र
  66. षट् + गुण = षड्गुण
  67. षट्+रस = षड्ररस
  68. जगत्+अम्बा = जगदम्बा
  69. सत्+आशय = सदाशय
  70. सत्+आनन्द = सदानन्द
  71. सत्+आचार = सदाचार
  72. चित्+अणु = चिदणु
  73. तत्+इच्छा = तदिच्छा
  74. उत्+अय = उदय
  75. कृत्+अन्त = कृदन्त
  76. सच्चित् (सत्+चित) + आनंद = सच्चिदानन्द
  77. सत्+आत्मा = सदात्मा
  78. पंच+आब = पंजाब
  79. सत्+इच्छा = सदिच्छा
  80. जगत्+ईश = जगदीश
  81. भवत् + ईय = भवदीय
  82. सत्+गति=सद्गति
  83. जगत+गुरु = जगद्गुरु
  84. भगवत्+ गीता = भगवद्गीता
  85. सत्+भाव = सद्भाव
  86. चित्+रूप = चिद्रूप
  87. चित्+विलास = चिविलास
  88. सत्+वेग = सद्वेग
  89. सत्+व्यवहार = सद्व्यवहार
  90. अप+ज = अब्ज
  91. अप्+द = अब्द
  92. वाक्+निपुण = वाड्निपुण
  93. वाक्+मय = वाड्मय
  94. षट्+मास = षण्मास
  95. जगत्+ नाथ = जगन्नाथ
  96. अप+मय = अम्मय
  97. दिक्+नाग = दिड्नाग
  98. दिक् + मण्डल = दिड्मण्डल
  99. षट्+मूर्ति = षण्मूर्ति
  100. प्राक्+मुख = प्राङ्मुख

आशा करते हैं कि आपको इस ब्लॉग से व्यंजन संधि के 100 उदाहरण बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई होगी संधि से जुड़े हुए अन्य महत्वपूर्ण और रोचक ब्लॉग पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

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